नवरात्रि
नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है, जिसे देवी दुर्गा के नौ रूपों की उपासना के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य आध्यात्मिक शुद्धि, शक्ति और आस्था को बढ़ाना होता है। नवरात्रि का अर्थ है 'नौ रातें,' जिसमें भक्तजन देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करके उनके विभिन्न स्वरूपों से शक्ति और साहस प्राप्त करते हैं।
मुख्य उद्देश्य:
आध्यात्मिक जागृति: नवरात्रि के दौरान ध्यान, पूजा और उपवास के माध्यम से आत्मा को शुद्ध और बलशाली बनाने का प्रयास किया जाता है।
नारी शक्ति की पूजा: नवरात्रि में देवी दुर्गा, जो नारी शक्ति का प्रतीक हैं, की उपासना की जाती है, जो हमें जीवन में धैर्य, साहस और समर्पण के गुणों को अपनाने की प्रेरणा देती हैं।
आत्म-संयम और अनुशासन: उपवास और नियमों का पालन करने से व्यक्ति आत्म-नियंत्रण और अनुशासन को मजबूत कर सकता है।
बुराई पर अच्छाई की जीत: नवरात्रि के अंत में मनाए जाने वाले दशहरा (विजयादशमी) का उद्देश्य यह सिखाना है कि अच्छाई हमेशा बुराई पर विजय प्राप्त करती है।
इस प्रकार, नवरात्रि न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक शुद्धि का भी प्रतीक है।
नवरात्रि
नवरात्रि का उद्देश्य
देवी दुर्गा नौ रूप
महिषासुर का आतंक
देवी दुर्गा का अवतार
युद्ध और विजय
संदेश
उत्सव और अनुष्ठान
शक्ति की पूजा
बुराई पर अच्छाई की विजय
आध्यात्मिक जागरूकता
संस्कृतिक विविधता
सामाजिक और आर्थिक महत्व
फसल का समय
अंतिम दिन
क्षेत्रीय विविधता
अष्टमी का महत्व
नवमी का महत्व
दशहरा
नवरात्रि 2024
दीपावली 2024
शिमला में पंडित | हवन पूजा | गृह प्रवेश पूजा | भूमि पूजन | यहां संपर्क करें
© 2024. All rights reserved.
पंडित श्री हरिकृष्ण जी
लक्ष्मीनारायण मंदिर +91 9816194712
पंडित श्री राम लाल शर्मा जी
श्री हनुमान मंदिर +91 9459306095
पंडित श्री दिगम्बर जी
जाखू मंदिर +91 9459622190
Acharya Vasav Nadda (B.H.U.)
+91-8091531300